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शब्दस्त्र
तरक्की की नई दुनिया
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Thursday, May 1, 2008
बंद करो ये खेल..........
आज हाकी अपने आप पेर तरस रही है तड़प रही है। गिल गिर चुके हैं अब रास्ट्रीय खेल के सुधरने के आसार नजर आ रहे हैं । हर्बजन ने श्री संत को छठा मर कर और चिअर गर्ल्स ने कपड़े उतर कर मैच में गर्मी ला दी है । आप क्या कहते हैं ।
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